Poem मैं काला हूँ | मैं काला हूँ, निशब्द भावना का प्रतीक कभी खिलखिलाते बच्चों का काला टिका, तो कभी श्रृंगार का काला काजल। मैं काला हूँ, जैसे हजरत के…Kumar Ravi RanjanMay 7, 2020